Mumbai: St Xavier’s कॉलेज विवाद: Hindi Fest में Guest Speaker पर यौन उत्पीड़न के आरोप
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St Xavier’s College Hindi Fest में Guest Speaker पर छेड़छाड़, बदसलूकी और बिना अनुमति फोटो लेने के आरोप; छात्रों का बवाल, प्रशासन ने देर शाम हटाया।
St Xavier’s College Hindi Fest में Guest Speaker पर बदसलूकी, छेड़छाड़ और गुप्त रूप से तस्वीरें लेने के गंभीर आरोप, छात्रों में गहरा आक्रोश।
प्रशासन पर देरी का आरोप, छात्रों ने बहिष्कार की चेतावनी दी, देर शाम Guest Speaker को कैंपस से बाहर किया गया, ICC में शिकायत की। कई छात्राएँ मानसिक तनाव में, कई छात्रों ने क्लास आना छोड़ा, सोशल मीडिया पर घटना दबाने के आरोप भी सामने आए।
मुंबई / मुंबई सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई के वार्षिक हिंदी फेस्ट Antas में आमंत्रित एक Guest Speaker पर 10 से अधिक छात्रों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला 24 नवंबर को सामने आया, जब फेस्ट में शामिल कई छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि Guest Speaker ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया, तस्वीरें लीं और महिला छात्रों को अनुचित रूप से छुआ।
छात्रों ने आरोप लगाए कि शिकायतों के बावजूद कॉलेज प्रशासन ने कार्रवाई में देरी की, जिसके बाद वर्कफोर्स ने कार्यक्रम के बहिष्कार की चेतावनी दी। देर शाम प्रशासन ने Guest Speaker को कैंपस से बाहर निकाल दिया। यह मामला अब कैंपस में बड़े विवाद का रूप ले चुका है।
पूरा मामला कैसे भड़का बवाल?
● Guest Speaker 23 नवंबर की शाम कैंपस स्थित अतिथि आवास में ठहराया गया था।
● छात्रों का आरोप है कि उन्होंने उनसे पान मसाला लाने को कहा, नियम बताने पर भी दबाव डाला।
● एक छात्र द्वारा सामान देने पर कथित रूप से Guest Speaker नग्न अवस्था में कमरे का दरवाजा खोले खड़े थे।
● अगले दिन उन्होंने महिला छात्रों की बिना अनुमति तस्वीरें लीं, फ़ोन नंबर नोट किए और कथित रूप से एक छात्रा को अनुचित रूप से छुआ।
● छात्रों ने कॉलेज के पादरी को शिकायत की, जिसने स्पीकर का फ़ोन चेक कर कई फोटो डिलीट करवाए।
● लगातार शिकायतों के बावजूद कई घंटे कार्रवाई न होने पर छात्रों ने फेस्ट का बहिष्कार घोषित कर दिया।
● रात 8 बजे Guest Speaker को कैंपस से बाहर निकाला गया।
कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया
सेंट जेवियर्स कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. करुणा गोकर्ण:
“Guest Speaker द्वारा अनुचित व्यवहार किया गया, जिसे देखते हुए उसी दिन उन्हें कैंपस से बाहर कर दिया गया। पीड़ित छात्राएं Internal Complaints Committee में शिकायत दर्ज हुई।”
हालाँकि छात्रों का कहना है कि प्रशासन ने सोशल मीडिया पर घटना सार्वजनिक न करने और कॉलेज की “साख बचाने” के लिए मामले को दबाने की कोशिश की।
छात्रों में रोष, कैंपस में तनाव
छात्रों ने बताया कि Guest Speaker को करीब छह घंटे तक कैंपस में घूमने दिया गया, जिससे माहौल डरावना हो गया।
कई छात्राएँ अब कॉलेज आने में झिझक रही हैं और कई छात्र 24 नवंबर से क्लास में नहीं लौटे हैं।
एक छात्रा ने कहा:
“उसने मेरी तस्वीर बिना अनुमति ली थी। बाद में पादरी ने वह फोटो डिलीट करवाई, तब जाकर राहत मिली।”
फेस्ट आयोजकों की सार्वजनिक माफी और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की प्रतिबद्धता:
“Antas फेस्टिवल की कोर टीम ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक औपचारिक माफीनामा जारी किया। इसमें उन्होंने Guest Speaker के “पूरी तरह अस्वीकार्य” और “गहरी असम्मानजनक” व्यवहार की कड़ी निंदा की। बयान में विशेष रूप से उन महिला स्वयंसेवकों से माफी मांगी गई जो इस घटना के कारण असुरक्षित महसूस कर रही थीं।
फेस्ट टीम ने स्पष्ट किया कि Antas हमेशा से छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक स्पेस रहा है और भविष्य में भी रहेगा। यह सार्वजनिक प्रतिक्रिया इस पूरी घटना का छात्र समुदाय के भरोसे पर पड़े गहरे प्रभाव को दर्शाती है। आयोजकों ने दोहराया कि वे ऐसी किसी भी हरकत का पुरज़ोर विरोध करेंगे, जो उनके मूल्यों और फेस्ट की प्रतिष्ठा के खिलाफ हो।”
पुलिस कार्रवाई :
“मुंबई के आज़ाद मैदान पुलिस थाने में रविवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। कार्रवाई भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita), 2023 की धाराओं 74 और 79 के तहत की जा रही है। ये धाराएँ महिलाओं के खिलाफ हमले और उनकी गरिमा का अपमान किए जाने जैसे अपराधों से संबंधित हैं।
पुलिस की एक टीम आरोपी Guest Speaker के वर्धा स्थित अस्पताल पहुंची है, जहां उसके भर्ती होने के दावे की जांच की । पुलिस ने मेडिकल दस्तावेजों की पुष्टि की है। इसके बाद नए क्रिमिनल प्रोसीजर कोड भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (BNSS) के अनुसार नोटिस भी जारी किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि आवश्यक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया जल्द आगे बढ़ाई जाएगी।”
कॉलेज परिसर में सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच छात्रों ने सामूहिक रूप से जवाबदेही की मांग उठाई है। एक छात्र याचिका पर कई दर्जन से अधिक सदस्यों ने हस्ताक्षर किए, जिसमें आरोप लगाया गया कि घटना के दौरान कुछ प्रोफेसरों ने लापरवाही बरती। याचिका में संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई और उन्हें पद से हटाने की मांग भी की गई।
इसके अलावा, दूसरी याचिका में कुछ फैकल्टी सदस्यों से इस घटना को लेकर सार्वजनिक माफी की मांग की गई। छात्रों की ये संगठित पहल कैंपस में सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर गहरी असंतुष्टि का संकेत देती है। हालांकि, अंतस फेस्ट की कोर कमेटी ने इन याचिकाओं पर आपत्ति जताई। समिति ने कहा कि इनमें से एक याचिका “भ्रामक जानकारी” पर आधारित थी और इससे कॉलेज की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता था। इसी वजह से याचिका को बाद में हटा दिया गया।